अगर आप ईपीएफओ सब्सक्राइबर हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। बता दें ईपीएफओ के द्वारा पीएफ फंड से निकासी के नियमों में बदलाव किए हैं। ये उन लाखों कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है जो कि अपने पीएफ खाते से हेल्थ इमरजेंसी के समय पर्याप्त रुपये नहीं निकाल पा रहे हैं। अब आप ईपीएफ मेंबर 68जे के तहत 1 लाख रुपये तक निकाल सकते हैं। इससे पहले ये लिमिट सिर्फ 50 हजार रुपये की थी।

इसके साथ में उसने इसे लेकर अपने सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन में भी बदलाव कर दिए हैं। मेंबर अपनी अलग-अलग आवश्यकताओं के लिए फॉर्म 31 के द्वारा पीएफ फंड में निकासी कर सकते हैं। इनमें शादी, लोन रिपेमेंट, घर, जमीन या फ्लैट खरीदने, इलाज बच्चों की पढ़ाई और शादी जैसी दूसरी जरूरतों आदि शामिल है। इस इलाज के लिए निकासी की लिमिट को बढ़ाने को लेकर ईपीएफएओ ने एक सर्कुलर जारी करते हुए जानकारी दी है।

पैरा 68J के तहत पैसा निकालने की लिमिट:

पीएफ मेंबर ईपीएफ को पैसा 68जे के तहत कर्मचारी अपनी या अपने परिवार के किसी भी सदस्य की बीमारी के लिए इलाज के लिए पीएफ खाते से एडवांस में पैसा निकाल सकते हैं। नियमों में बदलाव के बाद मेंबर 1 लाख रुपये या फिर छमाही की बेसिक सैलरी और डीए में से जो कम हो उतने रुपये की निकासी कर सकते हैं। इसके लिए कर्मचारी को फॉर्म 31 के साथ में सर्टिफिकेट भी जमा करना होगा, इसमें उसे और डॉक्टर को साइन भी करने होंगे।

पैरा 68J तहत मिलने वाली लिमिट:

पीएफ फंड से कर्मचारी इमरजेंसी जरूरत के समय रुपये की निकासी कर सकता है, इसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। 68जे में पीएफ खाते से बीमारी के इलाज के लिए निकाले गए पैसे और इसे लेकर जरुरी शर्तों के बारे में जानकारी दी गई है।

फॉर्म 31 क्या है?

ईपीएफ खाते से एडवांस में रुपये निकालने के लिए कर्मचारी को फॉर्म 31 भरने की आवश्यकता होती है। फॉर्म 31 के तहत कर्मचारी नीचे बताए गए मदों से रुपये की निकासी की जा सकती है।

पीएफ से निकासी के लिए आवश्यक दस्तावेज:

फॉर्म 31
मेडिकल सर्टिफिकेट
अस्पताल का बिल
डिस्चार्ज सर्टिफिकेट
प्रिस्क्रिप्शन
पहचान प्रमाण
पते का प्रमाण

पीएफ से निकासी कैसे करें:

ऑनलाइन: ईपीएफओ की वेबसाइट https://www.epfindia.gov.in/ पर जाकर आप ऑनलाइन निकासी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन: आप ईपीएफओ कार्यालय जाकर ऑफलाइन निकासी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

निकासी प्रक्रिया:

कर्मचारी को फॉर्म 31 भरकर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ ईपीएफओ कार्यालय में जमा करना होगा।
ईपीएफओ कार्यालय द्वारा दस्तावेजों की जांच करने के बाद निकासी की मंजूरी दी जाएगी।
मंजूरी मिलने के बाद कर्मचारी के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।

निकासी में लगने वाला समय:

निकासी प्रक्रिया में आमतौर पर 15-20 दिन लगते हैं।

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