Smart Metar: जिले (उत्तर प्रदेश) जिले में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। आपको बताया कि अब उपभोक्ताओं के यहां 4जी स्मार्ट मीटर (Electricity 4G Smart Meters) लगाए जाएंगे.

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि बिजली की वास्तविक खपत के अनुसार ही बिल का भुगतान करना होगा। जिले के बिजली वितरण केंद्रों में कई स्थानों पर जियो टैंकिंग हो चुकी है और लोकसभा चुनाव के बाद हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम भी शुरू हो गया है.

उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी और बढ़ती बिलिंग पर अंकुश लगाने के लिए जिले में पावर ऑपरेशन के माध्यम से हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। बिजली चोरी रोकने और अन्य सुविधाओं के लिए विभाग ने बांदा विद्युत वितरण मंडल में 345000 4जी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई है।

4जी स्मार्टमीटर में रिचार्ज मोबाइल की तरह होगा।

कार्यपालक अभियंता प्रकाश देव पांडे द्वारा बताया गया कि स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह ही रिचार्ज किया जा सकता है. मीटर का पैसा खत्म होने पर बिजली कनेक्शन भी ऑनलाइन काट दिया जायेगा. इससे बिजली कर्मियों को मीटर रीडिंग करने के लिए घर-घर नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही गलत रीडिंग और बिल संबंधी शिकायतों से भी राहत मिलेगी।

कंट्रोल रूम से मीटर की ऑनलाइन रीडिंग कर बिल जनरेट हो जाएगा और बिल का पूरा विवरण मीटर पर ही प्रदर्शित हो जाएगा। कंट्रोल रूम से ही पता चल सकेगा कि ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी हो रही है।

स्मार्ट मीटर की सबसे खास बात यह होगी कि इसे अभी चालू करने का भी विकल्प मिलेगा। ताकि उपभोक्ता घर से बाहर जाने पर मीटर बंद कर सके। कुल मिलाकर स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को उतना ही बिल चुकाना होगा, जितना वह उपयोग करेगा।

Recent Posts