आजकल, लोग ऐसे निवेश विकल्पों की तलाश में रहते हैं जहां उन्हें अच्छा रिटर्न और सुरक्षा दोनों मिल सके। इस लेख में, हम आपको पीपीएफ (Public Provident Fund) और एसआईपी (Systematic Investment Plan) में निवेश के बारे में जानकारी देंगे। ये दोनों ही अलग-अलग तरह के निवेश विकल्प हैं, जिनकी अपनी-अपनी विशेषताएं और फायदे हैं।

पीपीएफ: सुरक्षित और गारंटेड रिटर्न

पीपीएफ एक लॉन्ग-टर्म निवेश योजना है जिसे सरकार ने विशेष रूप से कर-लाभ और सुरक्षा के साथ उच्च रिटर्न प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया है। यह योजना 15 साल की अवधि के लिए मैच्योर होती है, जिसे 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में, पीपीएफ पर 7.1% की ब्याज दर मिल रही है, जो कंपाउंडिंग के साथ आपके पैसे को तेज़ी से बढ़ाती है।

पीपीएफ में निवेश के मुख्य लाभ:

  • सुरक्षा: पीपीएफ एक सरकारी योजना है, इसलिए यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
  • गारंटेड रिटर्न: पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर सरकार द्वारा तय की जाती है, जो गारंटेड होती है।
  • कर लाभ: पीपीएफ में निवेश EEE (Exempt-Exempt-Exempt) श्रेणी में आता है, जिसका अर्थ है कि आपके द्वारा जमा की गई राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी राशि सभी कर-मुक्त हैं।
  • कम जोखिम: पीपीएफ एक ऋण-आधारित निवेश योजना है, इसलिए इसमें कम जोखिम होता है।

पीपीएफ में निवेश कैसे करें:

आप सरकारी बैंक या पोस्ट ऑफिस में आसानी से पीपीएफ खाता खोल सकते हैं।

एसआईपी: बाजार से जुड़ा उच्च रिटर्न

एसआईपी (Systematic Investment Plan) एक योजना है जिसके माध्यम से आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं, जिससे आपको रूपी कॉस्ट एवरेजिंग (Rupee Cost Averaging) का लाभ मिलता है। इसका मतलब है कि बाजार में गिरावट के दौरान भी आप कम कीमत पर यूनिट खरीदते हैं और औसत खरीद मूल्य कम हो जाता है।

एसआईपी में निवेश के मुख्य लाभ:

  • उच्च रिटर्न: एसआईपी में निवेश आपको बाजार से जुड़ा उच्च रिटर्न प्राप्त करने का अवसर देता है।
  • रूपी कॉस्ट एवरेजिंग: एसआईपी में रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ मिलता है, जिससे बाजार की उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
  • लचीलापन: एसआईपी में आप अपनी सुविधानुसार निवेश राशि और अवधि चुन सकते हैं। आप इसे कम या लंबे समय के लिए चला सकते हैं, कभी रोक भी सकते हैं या फिर क्लोज कर सकते हैं।
  • अनुशासन: एसआईपी आपको निवेश में अनुशासन बनाए रखने में मदद करता है।

एसआईपी में निवेश कैसे करें:

आप किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी या बैंक के माध्यम से एसआईपी शुरू कर सकते हैं।

दोनों में 5000 रुपये के निवेश पर कितना मिलता है लाभ?

मान लें कि आप 5000 रुपये मासिक पीपीएफ में निवेश करते हैं और इतना ही पैसा हर महीने एसआईपी में लगाते हैं। दोनों को 15 सालों तक जारी रखते हैं। तो, 15 सालों में पीपीएफ पर कुल ब्याज 7 लाख 27 हजार 284 रुपये और मैच्योरिटी राशि 16 लाख 24 हजार 284 रुपये होगी। वहीं, 15 सालों में एसआईपी में 16 लाख 22 हजार 880 रुपये केवल ब्याज से ही प्राप्त होंगे

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