- अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कोई टेस्ट नहीं देना होगा।
- केवल प्रतिष्ठित ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान से लाइसेंस लेकर पंजीकरण करवाना होगा।
- दोपहिया, तीन पहिया और हल्के मोटर वाहनों के लिए एक एकड़, मध्य और भारी यात्रा माल वाहन या ट्रेलर के लिए दो एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी।
- ट्रेनर्स के पास कम से कम 12वीं कक्षा का डिप्लोमा सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- कम से कम 5 साल का ड्राइविंग अनुभव और यातायात नियमों की अच्छी समझ होनी चाहिए।
नए नियम के फायदे
- ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। अब लोगों को RTO कार्यालयों में लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्हें केवल एक प्रतिष्ठित ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान से लाइसेंस प्राप्त करना होगा और संस्थान द्वारा दिए जाने वाले टेस्ट को पास करना होगा।
- लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में कम समय और पैसा लगेगा। पहले ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को RTO कार्यालयों में कई बार जाना पड़ता था और उन्हें टेस्ट के लिए भी पैसे देने होते थे। लेकिन नए नियमों के तहत यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो जाएगी, जिससे लोगों को समय और पैसे की बचत होगी।
- ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में पारदर्शिता आएगी। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिससे लोगों को यह सुनिश्चित करने में आसानी होगी कि उनसे कोई गलत जानकारी या पैसा नहीं लिया जा रहा है।
नए नियम के नुकसान
- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए न्यूनतम योग्यताएं कम हो गई हैं। पहले ड्राइविंग लाइसेंस के लिए शारीरिक और मानसिक योग्यता की जांच के लिए टेस्ट दिया जाता था। लेकिन नए नियमों के तहत केवल ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान द्वारा दिए जाने वाले टेस्ट को पास करने की आवश्यकता होगी। इससे अयोग्य लोगों के भी ड्राइविंग लाइसेंस बनने की संभावना बढ़ सकती है।
- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट नहीं होने से लोगों को ड्राइविंग के नियमों और सुरक्षा के बारे में जानकारी नहीं मिल पाएगी। पहले ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दिए जाने वाले टेस्ट में ड्राइविंग के नियमों और सुरक्षा के बारे में सवाल पूछे जाते थे। इससे लोगों को इन नियमों और सुरक्षा के बारे में जानकारी मिलती थी। लेकिन नए नियमों के तहत ऐसा नहीं होगा।
नए नियम के तहत ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया
1. सबसे पहले आपको एक प्रतिष्ठित ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान से लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए आपको संस्थान को निर्धारित आवेदन शुल्क जमा करना होगा। 2. संस्थान आपको ड्राइविंग सिखाएगा और आपको आवश्यक टेस्ट देगा। टेस्ट में ड्राइविंग के नियमों और सुरक्षा के बारे में सवाल पूछे जाएंगे। 3. टेस्ट पास करने के बाद आपको संस्थान से एक प्रमाण पत्र मिलेगा। 4. इस प्रमाण पत्र के साथ आप अपने राज्य के परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 5. आवेदन शुल्क जमा करने के बाद आपका ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।
नए नियम से जुड़े कुछ सवाल और जवाब
प्रश्न: दोपहिया, तीन पहिया और हल्के मोटर वाहनों के लिए एक एकड़ जमीन की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर: यह जमीन ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान के लिए आवश्यक है। इस जमीन पर संस्थान ड्राइविंग सिखाने के लिए ट्रैक और अन्य सुविधाएं बना सकता है।
प्रश्न: ट्रेनर्स के पास कम से कम 12वीं कक्षा का डिप्लोमा सर्टिफिकेट क्यों होना चाहिए?
उत्तर: ऐसा इसलिए है क्योंकि ट्रेनर्स को ड्राइविंग के नियमों और सुरक्षा के बारे में अच्छी समझ होनी चाहिए।
प्रश्न: कम से कम 5 साल का ड्राइविंग अनुभव क्यों होना चाहिए?
उत्तर: क्योंकि अनुभवी ड्राइवर ही सुरक्षित ड्राइविंग कर सकते हैं।