Interim Budget जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं भारत में फरवरी के महीने में बजट पेश होने वाली है। आपको बता दे 1 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण छठवीं बार बजट पेश करने जा रही है। इस बार अंतरिम बजट पेश किया जाने वाला है। 

अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो अंतिम बजट क्या है नहीं जानते हैं तो उसके लिए नीचे दी गई जानकारी आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है आपको बताते हैं आखिर आम बजट और अंतिम बजट में क्या अंतर है और कैसे इसका असर देश की जनता पर पड़ने वाला है।

  • अंतरिम बजट उस साल पेश किया जाता है, जिस साल लोकसभा चुनाव होने होते हैं।
  • अंतरिम बजट में पूरे साल भर के खर्चों को नहीं दर्शाया जाता है, बल्कि इसमें केवल आगामी वर्ष के कुछ महीनों के डाटा को ही दर्शाया जाता है।
  • अंतरिम बजट में कोई नई योजना की घोषणा नहीं की जाती है, बल्कि इसमें सिर्फ चल रही योजनाओं के लिए खर्च हुई धनराशि की जानकारी दी जाती है।

अंतरिम बजट

अंतरिम बजट एक ऐसा बजट होता है जो एक लोकसभा की अवधि के अंत में या एक नई सरकार के चुनावों से पहले पेश किया जाता है। यह एक अस्थायी बजट होता है जो नई सरकार के पूर्ण बजट तक देश के वित्तीय मामलों को चलाने के लिए होता है।

अंतरिम बजट में निम्नलिखित बातों का उल्लेख होता है:

  • चालू वित्त वर्ष के लिए राजस्व और व्यय का आकलन
  • आगामी वित्त वर्ष के लिए राजस्व और व्यय का अनुमान
  • चल रही योजनाओं के लिए आवंटन

आम बजट

जब पूरे वित्त वर्ष की संपूर्ण जानकारी दी जाती है तो वह एक आम बजट या फिर रेगुलर बजट माना जाता है। आम बजट में निम्नलिखित बातों का उल्लेख होता है:

  • आगामी वित्त वर्ष के लिए राजस्व और व्यय का पूरा विवरण
  • नई योजनाओं की घोषणा
  • बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षा आदि के लिए आवंटन

अंतरिम बजट और आम बजट के बीच अंतर

विशेषता अंतरिम बजट आम बजट
पेश होने का समय लोकसभा चुनावों के साल किसी भी साल
आवंटन की अवधि आगामी कुछ महीनों पूरे वित्त वर्ष
नई योजनाओं की घोषणा नहीं हो सकती है
चल रही योजनाओं के लिए आवंटन अधिक कम

अंतरिम बजट का असर

अंतरिम बजट का देश की जनता पर निम्नलिखित असर पड़ता है:

  • नई योजनाओं के लाभ से वंचित होना: अंतरिम बजट में नई योजनाओं की घोषणा नहीं होने के कारण, जनता को नई योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, अगर सरकार अंतरिम बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना में आवंटन कम कर देती है, तो इससे गरीब लोगों को आवास प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है।
  • चल रही योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधा: अंतरिम बजट में चल रही योजनाओं के लिए आवंटन कम होने के कारण, इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधा आ सकती है। उदाहरण के लिए, अगर सरकार अंतरिम बजट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में आवंटन कम कर देती है, तो इससे किसानों की आय कम हो सकती है।

अंतरिम बजट के लिए सुझाव

अंतरिम बजट का देश की जनता पर कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन प्रभावों को कम करने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं:

  • नई योजनाओं की घोषणा: अंतरिम बजट में नई योजनाओं की घोषणा करने से जनता को नई योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं होना पड़ेगा। हालांकि, नई योजनाओं की घोषणा करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वे मौजूदा आर्थिक स्थिति के अनुरूप हों।
  • चल रही योजनाओं के लिए पर्याप्त आवंटन: अंतरिम बजट में चल रही योजनाओं के लिए पर्याप्त आवंटन करने से इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधा नहीं आएगी।

अंतरिम बजट एक महत्वपूर्ण बजट होता है जो नई सरकार के पूर्ण बजट तक देश के वित्तीय मामलों को चलाने के लिए होता है। अंतरिम बजट का देश की जनता पर कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन प्रभावों को कम करने के लिए अंतरिम बजट को अधिक पारदर्शी और जनहित में बनाया जाना चाहिए।

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