भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां के किसान खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन से भी अच्छी खासी कमाई करते हैं। पशुपालन के क्षेत्र में बकरी पालन एक लाभदायक व्यवसाय है। बकरी पालन से दूध, मांस, और खाल प्राप्त होती है। इन उत्पादों की बाजार में अच्छी मांग है।
सिरोही बकरी
सिरोही बकरी एक मध्यम आकार की बकरी है। यह बकरी दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है। सिरोही बकरी का दूध काफी पौष्टिक होता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है।
सिरोही बकरी की पहचान
सिरोही बकरी की पहचान निम्नलिखित विशेषताओं से की जा सकती है:
- यह बकरी मध्यम आकार की होती है।
- इसका शरीर भूरे रंग का होता है।
- इसके शरीर पर भूरे धब्बे होते हैं।
- इस बकरी के कान बड़े और नीचे की ओर होते हैं।
- इस बकरी का वजन 50 से 60 किलोग्राम तक होता है।
सिरोही बकरी का आहार
सिरोही बकरी को निम्नलिखित आहार दिया जा सकता है:
- हरा चारा
- सूखा चारा
- अनाज
- सब्जियां
- फल
सिरोही बकरी से होने वाला लाभ
सिरोही बकरी प्रतिदिन 750 ग्राम से 1 लीटर तक दूध देती है। एक लीटर दूध की कीमत ₹60 मानी जाए तो एक बकरी से प्रतिदिन ₹450 से ₹600 की कमाई हो सकती है। यदि आप 10 बकरियां पालते हैं तो आप प्रतिदिन ₹4500 से ₹6000 की कमाई कर सकते हैं।
सिरोही बकरी पालन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सुझाव
- सिरोही बकरी को स्वच्छ और आरामदायक रहने की जगह दें।
- बकरी को समय-समय पर टीकाकरण कराएं।
- बकरी को नियमित रूप से देखभाल करें।
सिरोही बकरी पालन एक कम लागत में अधिक लाभ का व्यवसाय है। यदि आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तो आपको उपरोक्त सुझावों का पालन करना चाहिए।
- सिरोही बकरी की औसतन आयु 10 से 15 साल होती है।
- सिरोही बकरी का प्रजनन काल 12 से 15 महीने का होता है।
- एक बकरी एक बार में 1 से 2 बच्चे देती है