COOKING OIL PRICE:ऐसे समय में जब चीजें महंगी होती जा रही हैं, खाना पकाने के तेल को लेकर एक अच्छी खबर है। भारत में इस समय काफी चीजे महंगी होती जा रही है ऐसे में खाने में पड़ने वाले तेल किंकिमतों में कुछ राहत देखने को मिल रही है। खाना पकाने के तेल की कीमत कम हो गई है।

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि आयातित तेल बहुत कम कीमतों पर बेचे जा रहे थे, जिससे दुकानों में सभी खाना पकाने के तेल की कीमतें कम हो गईं। कुछ लोग ऐसे हैं जो आयातित तेलों को बहुत कम कीमत पर बेच रहे हैं, यहां तक ​​कि उन्हें खरीदने की लागत से भी कम कीमत पर।

भारत में ही कई प्रकार के खाने के तेल का उत्पाद किया जाता है जो की काफी कम कीमतों पर भी मिल जाता है। जैसे की मूंगफली का तेल, सूर्यमुखी का तेल ,तिल का तेल इत्यादि। वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने बैंक खातों को अच्छी स्थिति में रखना है। ऐसा पिछले तीन महीने से हो रहा है, लेकिन इस पर कोई कुछ करता नजर नहीं आ रहा है।

जो लोग तेल बेच रहे हैं उन्हें नुकसान हो रहा है और वे स्टॉक में पर्याप्त तेल नहीं रख पा रहे हैं। इससे सरसों और सूरजमुखी जैसे अन्य प्रकार के तेलों की भी कमी हो रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो यह एक बड़ी समस्या हो सकती है क्योंकि बहुत सारी शादियाँ होंगी और लोगों को खाना पकाने के लिए तेल की आवश्यकता होगी।

सरकार को इस बारे में कुछ करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने नहीं किया। जिस भूमि पर तिलहन उगाए जाते हैं उसकी मात्रा भी कम हो गई है, भले ही तेल की मांग हर साल बढ़ रही है। यह चिंताजनक है क्योंकि इसका मतलब है कि भविष्य में पर्याप्त तेल नहीं होगा।

जो लोग बहुत अधिक तेल का उपयोग करते हैं, जैसे कपड़ा और दवा कंपनियां, आमतौर पर बोलते हैं और सरकार से कार्रवाई की मांग करते हैं, लेकिन तेल संगठनों ने इस समस्या के बारे में कुछ नहीं किया है। भारत में लोग सरसो के तेल के अलावा भी खाना पकाने में अन्य तेलों का उपयोग करने का प्रयास कर रहें हैं।

इसी सप्ताह सोयाबीन दाना और लूज चावल की कीमतें 115-115 रुपये की हानि के साथ 5,260-5,310 रुपये प्रति क्विंटल और 5,060-5,110 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुईं।

सोयाबीन के तीन प्रकार के तेल सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम तेल की कीमतें क्रमश: 125 रुपये, 125 रुपये और 50 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 10,400 रुपये, 10,200 रुपये और 8,850 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुईं।

मूंगफली तेल और तिलहन की कीमतों में भी गिरावट आई। मूंगफली तेल-तिलहन, मूंगफली गुजरात और मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल की कीमतें  50 रुपये, 100 रुपये और 25 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 6,600-6,675 रुपये क्विंटल, 15,400 रुपये क्विंटल और 2,290-2,565 रुपये प्रति टिन पर बंद हुईं।

कच्चे पाम तेल (सीपीओ) नामक एक प्रकार के तेल की कीमत 225 रुपये की हानि के साथ 8,250 रुपये थी, दिल्ली पामोलीन की कीमत 150 रुपये की हानि के साथ 9,150 रुपये प्रति क्विंटल थी, और पामोलीन एक्स कांडला तेल की कीमत थी।

100 रुपये की हानि के साथ 8,400 रुपये। इसी सप्ताह बिनौला तेल की कीमत भी 200 रुपये की हानि के साथ 8,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। संक्षेप में, विभिन्न प्रकार के तेल और तिलहनों की कीमतें कम हो गईं, यानी वे सस्ते हो गए।

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