सरकार की तरफ से 1 फरवरी को पेश होने वाले अंतरिम बजट से लेकर सैलरीड क्लास को काफी उम्मीदें हैं। नौकरीपेशा को टैक्स स्लैब में बदलाव करने के साथ ही 80C का दायरा बढ़ाए जाने की भी उम्मीद है। इसके अलावा इस बार राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) को 75 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन के लिए इनवेस्टमेंट और निकासी पर टैक्स रिबेट बढ़ाकर एनपीएस (NPS) को ज्यादा आकर्षक बनाया जा सकता है। पेंशन फंड रेग्युलेटरी पीएफआरडीए (PFRDA) ने नियोक्ताओं द्वारा योगदान के लिए टैक्सेशन के मामले पर ईपीएफओ में ‘समानता’ का अनुरोध किया है। इस बारे में घोषणाएं अंतरिम बजट में किए जाने की उम्मीद है।
NPS में टैक्स छूट और निवेश सीमा बढ़ने की उम्मीद
वर्तमान समय में कर्मचारियों के लिए कोष निर्माण में नियोक्ताओं के योगदान में असमानता है, जिसमें कॉर्पोरेट द्वारा मूल वेतन और महंगाई भत्ते के 10 प्रतिशत तक के योगदान को एनपीएस (NPS) योगदान के लिए टैक्स से छूट दी गई है, जबकि ईपीएफओ (EPFO) के मामले में यह 12 प्रतिशत है। इस असमानता को दूर करने के लिए सरकार NPS में नियोक्ताओं के योगदान के लिए टैक्स छूट को 12 प्रतिशत तक बढ़ा सकती है। इसके अलावा, सरकार NPS में निवेश सीमा को भी बढ़ा सकती है। वर्तमान में NPS में निवेश सीमा 60,000 रुपये प्रति वर्ष है। इसे 1 लाख रुपये प्रति वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है।
75 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन के लिए NPS में टैक्स छूट और निकासी की आसानी
75 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन के लिए NPS में निवेश पर टैक्स छूट को बढ़ाकर 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये प्रति वर्ष किया जा सकता है। इसके अलावा, 75 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन को NPS से निकासी के लिए कोई टैक्स नहीं देना होगा।
NPS को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए ये बदलाव जरूरी
NPS को एक सुरक्षित और लाभकारी पेंशन योजना के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार को इन बदलावों को करना जरूरी है। ये बदलाव NPS को और अधिक आकर्षक बनाएंगे और इससे अधिक से अधिक लोग NPS में निवेश करेंगे।
सरकारी कर्मचारियों के लिए भी पेंशन योजना में बदलाव की उम्मीद
सरकारी कर्मचारियों के लिए भी पेंशन योजना में बदलाव की उम्मीद है। सरकार पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर विचार कर रही है। पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में अपने वेतन का 50% मिलता है। जबकि, नई पेंशन योजना में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में अपने योगदान के आधार पर पेंशन मिलती है।
NPS में टैक्स छूट और निवेश सीमा बढ़ने के फायदे
- NPS में निवेश पर टैक्स छूट बढ़ने से सैलरीड क्लास के लोगों के लिए NPS में निवेश करना और अधिक आकर्षक बन जाएगा।
- NPS में निवेश सीमा बढ़ने से सैलरीड क्लास के लोग NPS में अधिक निवेश कर सकेंगे। इससे उन्हें रिटायरमेंट के बाद अधिक पेंशन मिलेगी।
- 75 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन के लिए NPS में टैक्स छूट और निकासी की आसानी से उन्हें रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।