नौकरीपेशा लोगों के लिए टैक्स बचाना एक महत्वपूर्ण पहलू है। अक्सर, टैक्सपेयर्स टैक्स बचाने के बारे में अंतिम समय में सोचते हैं, जब कि पहले से योजना बनाकर आप अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।

यह लेख आपको इनकम टैक्स एक्ट 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स बचाने के तरीकों के बारे में जानकारी देगा।

इनकम टैक्स एक्ट 80C टैक्स डिडक्शन का लाभ प्रदान करता है।

आइए, विभिन्न तरीकों से जानते हैं कि आप कैसे आसानी से टैक्स बचा सकते हैं:

1. फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश:

  • 5 साल की अवधि के लिए एफडी में निवेश करके आप 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स लाभ उठा सकते हैं।
  • वर्तमान में, एफडी पर 7 से 8% तक का ब्याज मिलता है।
  • एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है, लेकिन 80C के तहत टैक्स कटौती का लाभ मिलता है।

2. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ):

  • पीपीएफ में भी टैक्स लाभ मिलता है।
  • इसमें 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है।
  • हर तिमाही में ब्याज दरें बदलती रहती हैं।
  • पीपीएफ में मिलने वाला ब्याज टैक्स-फ्री होता है।

3. इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस):

  • ईएलएसएस निवेश का एक अच्छा विकल्प है।
  • इसका लॉक-इन पीरियड 3 साल का होता है।
  • इसमें कैपिटल गेन टैक्स लगता है।
  • 1 वित्तीय वर्ष में 1 लाख रुपये तक के रिडेम्पशन पर टैक्स नहीं लगता है।
  • 1 लाख रुपये से अधिक होने पर 10% की दर से टैक्स लगता है।

4. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी):

  • एनएससी पर 5 साल तक के लिए निश्चित लाभ मिलता है।
  • वर्तमान में, इस पर 6.8% सालाना ब्याज मिलता है।
  • यदि आप जोखिम नहीं लेना चाहते हैं तो यह अच्छा विकल्प है।
  • 1 वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक टैक्स लाभ के लिए क्लेम कर सकते हैं।

5. राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस):

  • एनपीएस एक स्वैच्छिक योजना है।
  • इसमें आप रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा कर सकते हैं।
  • आप सालाना 2 लाख रुपये तक टैक्स बचा सकते हैं।
  • 80CCD के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये का टैक्स भी बचा सकते हैं।

6. सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (एससीएसएस):

  • एससीएसएस के माध्यम से भी टैक्स बचाया जा सकता है।
  • यह योजना 5 साल की होती है।
  • 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को इसका लाभ मिलता है।

इनकम टैक्स एक्ट 80C विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्प प्रदान करता है जिनके माध्यम से आप 1.5 लाख रुपये तक टैक्स बचा सकते हैं। अपनी आवश्यकताओं और जोखिम सहनशीलता के अनुसार विकल्प चुनें।

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