नई दिल्ली: अगर आप भी खाताधारक हो चुके हैं तो ये जानकारी आपके लिए काफी काम की होने वाली है। तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि केंद्र सरकार बैंकों की नीतियों को ध्यान में रखने के बाद सख्त रवैया अपनाने को लेकर तैयार हो गई है। ऐसे में बैंक भी अपने टारगेट को तौर पर आफर दिया जा रहा है।
लेकिन इन ऑफर्स में ग्राहकों को शर्तें भी मिली जा रही है। बैंक के सभी नियम से अलावा शर्तें अंग्रेजी में छपे होने की वजह से ग्राहक समझ नहीं पा रहे हैं। इन शब्दों में फंसने के बाद खाताधारको को फायदा मिल रहा है।
इसके साथ ही आरबीआई ने कुछ समय पहले सिबिल स्कोर के लोन नहीं देने पर भी बैंको को कुछ कहा गया है। बैंक में ना ग्राहकों के अनुमति के कोई सेवा लागू करना भी काफी मुश्किल हो जाता है, प्राइवेट बैंक का अपना टारगेट पूरा करने को लेकर एफडी की लिमिट हो जाती है, ऐसे में एफडी को 2 दिन को लेकर सेविंग में डालकर टारगेट भी आसानी के साथ पूरा कर सकते हैं। जिसके बाद फिर उस पैसे को एफडी में जमा कर फायदा ले सकते हैं।
सरकारी बैंकों के दवाइयों को देखने के बाद सरकार अब इन्हें निजी हाथों में देने को लेकर विचार करना होता है। निजी करण पर सरकार अपना फैसला के लिए तैयार हो गई है। प्राइवेट बैंकों को और भी हाईटेक करने को लेकर सरकार पीछे नहीं होने जा रही है। निजीकरण पर सरकार अपना फैसला लगभग करना होता है, इसके साथ ही प्राइवेट बैंकों के अलावा भी हाईटेक करने में सरकार पीछे नहीं मानी जा रही है। बैंकों को अपडेट ये वाली मिल चुकी है।
आपको बता दें कि सरकार ने निजी क्षेत्र को लेकर बैंकों को लेकर कई अहम फैसला लिया जा चुका है। इसमें एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक को लेकर कुछ बातें सामने आ गई है, एसबीआई के अलावा प्रदेश के बैंकों के लिए भी सरकार ने कुछ फैसले लेना भी अहम हो जाता है।
जो ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद रह सकता है, सरकारी योजनाओं का लाभ, एफडी का ब्याज आदि सभी काम आरबीआई कर फायदा मिल जाता है। तो इसके बाद अब सरकार ने कुछ और फैसला मिल जाता है, जो खाताधारकों को लेकर काफी फायदेमंद हो सकता है।