आज के दौर में जब जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसी समस्याएं गंभीर रूप ले चुकी हैं, ऐसे में हर नागरिक का दायित्व है कि वो पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे। ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट (जीएफडी) एक ऐसा ही विकल्प है जो आपको पर्यावरण को बचाते हुए पैसा बढ़ाने का अवसर देता है।
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट (जीएफडी) एक विशेष प्रकार का फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) है जिसमें जमा किए गए पैसे का इस्तेमाल नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, टिकाऊ जल और अपशिष्ट प्रबंधन, ऊर्जा दक्षता, जलवायु परिवर्तन अनुकूलन, प्रदूषण रोकथाम और नियंत्रण, हरित भवन, जैव विविधता संरक्षण आदि जैसे पर्यावरण-अनुकूल परियोजनाओं और गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए किया जाता है।
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट और रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट में क्या अंतर है?
- उपयोग: ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा किए गए पैसे का इस्तेमाल पर्यावरण-अनुकूल परियोजनाओं के लिए किया जाता है, जबकि रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा किए गए पैसे का इस्तेमाल बैंक अपनी मर्जी के अनुसार करता है।
- ब्याज दर: ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दरें आमतौर पर रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कम होती हैं। इसका कारण यह है कि बैंक ग्रीन प्रोजेक्ट्स को कम ब्याज दर पर लोन देते हैं।
- टैक्स लाभ: ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट पर कुछ टैक्स लाभ मिल सकते हैं, जो रेगुलर फिक्स्ड डिपॉजिट पर नहीं मिलते हैं।
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में कौन निवेश कर सकता है?
रेसिडेंट इंडियन, नॉन रेसिडेंट इंडियन और हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल निवेशक सभी ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने के पात्र हैं।
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश कहां करें?
अनेक बैंक ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख बैंक और उनकी ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं की ब्याज दरें (मार्च 2024 तक) नीचे दी गई हैं:
बैंक | ब्याज दर (%) | निवेश अवधि (दिनों में) |
---|---|---|
बैंक ऑफ बड़ौदा | 6.40 – 7.15 | 365 – 2201 |
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक | 6.75 – 8.00 | 365 – 1200 |
इंडियन ओवरसीज बैंक | 6.80 | 999 |
एसबीआई | 6.40 – 6.65 | 1111 – 2222 |
साउथ इंडियन बैंक | 6.50 | 1980 |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 5.70 – 5.85 | 1111 – 3333 |
ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट के लाभ:
- पर्यावरण संरक्षण: ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करके आप पर्यावरण-अनुकूल परियोजनाओं को वित्तपोषित करने में मदद करते हैं और धरती को बचाने में योगदान देते हैं।