आज के मॉडर्न ज़माने में तो टेक्नोलॉजी तेजी से देशभर में अपना जलवा बिखेर रही है, जिसका हर कोई फायदा भी उठा रहा है। आज से कुछ साल पहले पैसे निकालने के लिए बैंकों की लाइन में लगना पड़ता था, लेकिन बदलते दौर में यह काम बहुत आसान होता जा रहा है। देश की काफी आबादी अब ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का प्रयोग कर रही है, जिससे घर बैठे ही लोगों के सारे बैंक के काम आसानी से हो जाते हैं।
लोग अपने पैसे की सुरक्षा के लिए आज कई बैंकों में खाते खोल रहे हैं, जो एक और आधुनिक चलन है। हर कोई यह मानता है कि एक सेविंग अकाउंट के अलावा एक ऐसा बचत खाता भी होना चाहिए जिससे हम सरल ऑनलाइन हिसाब किताब कर सकें। लोग खुशी-खुशी में कई बैंकों में खाते तो खुलवा लेते हैं, लेकिन इसके नुकसान से बिलकुल बेखबर होते हैं।
अगर आपका भी एक से अधिक बैंक में अकाउंट है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए नहीं तो कहीं भारी नुकसान न उठाना पड़ जाये। क्या आप जानते हैं कि एक से अधिक बैंक में अकाउंट ओपन करवाने के कितने नुकसान हैं। चलिए हम आपको बताते हैं इसके नुकसानों के बारे में
जाने एक से अधिक खाते खोलने के क्या नुकसान हैं?
इसके अतिरिक्त, यदि आपके पास कई बैंकों में खाते हैं, तो आपको महत्वपूर्ण नुकसान का अनुभव हो सकता है जिसके लिए आपको महत्वपूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए। आपको इसके लिए शुल्क का भुगतान करना होगा, जिसमें सेवा शुल्क, डेबिट कार्ड शुल्क, एसएमएस शुल्क और न्यूनतम शेष शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, एक से अधिक बैंक खाते होने से निष्क्रिय खाते की संभावना बनी रहती है। यह जालसाजी को काफी बढ़ावा देने का काम करता है। एक वेतनभोगी व्यक्ति को नौकरी बदलने और अपने वेतन खाते से पैसा निकालने का अधिकार है। ऐसे में हो सकता है कि सैलरी अकाउंट काम करना बंद कर दे। ये खाते धोखाधड़ी के लिए सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं।
यदि आपके पास एक से अधिक बचत खाते हैं तो कई बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आपके बैंक खाते में उचित न्यूनतम शेष राशि बनाए रखना कठिन हो सकता है। इस मामले में, एक भी गलती के परिणामस्वरूप आप पर जुर्माना लग सकता है। इसके अलावा, यदि आपके पास बैंक खाता है, तो शुल्क जैसे एसएमएस अलर्ट सेवा शुल्क और डेबिट कार्ड एएमसी जैसे चार्ज लगाए जाते हैं।