नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से किसानों के लिए देखा जाए तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जाने का कार्य हो रहा है। इस स्कीम में सरकार किसानों की फसलों को लेकर बीमा कवर का फायदा मिल रहा है। फसल बीमा योजना के क्लेम को लेकर 48 फीसदी को लेकर गिरावट होना शुरु हो गई है।
आंकड़ों में मिली है ये जानकारी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-22 में आवेदनों की बात करें तो बढ़ोतरी के अलावा, पीएमएफबीवाई के माध्यम से कुल क्लेम वाले भुगतान में 48.77 फीसदी वाली कमी देखने को मिल चुकी है।
इसी दौरान 8.32 करोड़ बीमा क्लेम की बात करें तो13,728.64 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। यह राशि 2020-21 में 6.23 करोड़ आवेदनों को लेकर भुगतान किए 20,425.01 करोड़ रुपये से कम पहुंच गया है।
कई राज्यों में हो चुकी है बारिश
इस साल देश के कई राज्य जैसे ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब की बात करें तो काफी अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं बात करें तो राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में काफी अधिक बारिश हो चुकी है।
इस कारण किसानों की फसल की बात करें तो जैसे धान, दलहन आदि को काफी नुकसान देखने को मिल गया है। अगर मौसम की मार या किसी प्राकृतिक आपदा की वजह से फसल बर्बाद होना शुरु हो गई है। तो सरकार किसानों को इसका मुआवजा का फायदा दे रही है। इससे किसानों को मुसीबत के दौरान भी काफी सहायता मिलना शुरु हो गई है।
मल्टी-एजेंसी से बीमा की गई है लागू
PMFBY वेबसाइट की बात करें तो पीएमएफबीवाई केंद्रीय कृषि मंत्रालय और राज्य सरकारों की तरफ से देखा जाए तो इंपैनल्ड बीमा कंपनियों के जरिए एक मल्टी-एजेंसी की मदद से लागू हो चुका है। किसी राज्य को लेकर देखा जाए तो लागू करने वाली कंपनी का चयन उसकी प्रक्रिया के साथ किया है।
पीएमएफबीवाई योजना का इस्तेमाल बीमा कंपनियों द्वारा मुनाफा कमाने को लेकर किया गया है। रबी और खरीफ दोनों की फसलों को लेकर देखा जाए तो 2021 के लिए ग्रॉस प्रीमियम 28,288.31 करोड़ रुपये पहुंच गया था।