नशीले पदार्थों को लेकर अभी की बात करें तो पर अब एजेंसियां कदम उठाने का फैसला ले सकती हैं। दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रवर्तन एजेंसियों से जानकारी दिया है कि कि नशीले पदार्थों की तस्करी को लकेर शामिल ‘बड़ी मछलियों’ पर कार्रवाई करना अहम हो जाता है। सीतारमण ने बताया है कि कि भारी मात्रा में नशीले पदार्थों को कौन भेजने के लिए तैयार हो गया है। इसको पता लगाने की जरुरत है।
निष्कर्ष तक पहुंचने की कर रहे हैं कोशिश
वित्त मंत्री ने जानकारी दिया है कि राजस्व खुफिया अधिकारियों को प्रत्येक मामले को जल्द ही निष्कर्ष तक पहुंचाने की कोशिश करने को लेकर जरुरत हो जाती है। वित्त मंत्री ने जानकारी दिया है कि तस्कर कुछ सबूत जरूर छोड़ना अहम हो जाता है। जिनको आधार बनाकर बड़े अपराधी तक पहुंचना होता है। सीतारमण ने बताया है कि तस्कर आपसे अधिक चालक न हों इस बात का ध्यान रखने की जरुरत हो जाती है।
निर्मला सीतारमण ने बताया है कि सिर्फ नशीले पदार्थों के पाउच या कुछ कोकीन के अलावा किसी को पकड़ लेने से काम नहीं होने जा रहा है। देश में नशीले पदार्थों की बड़ी खेप किसके जरिए भेजा जा सकता है। उसे पकड़ना होता है। बता दें कि पिछले कुछ वक्त से गुजरात के बंदरगाहों पर बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ लिया गया था। वहीं गुजरात में पिछले सप्ताह लगभग 478 करोड़ रुपये की 143 किलोग्राम ड्रग्स को जब्त कर दिया गया था।
बड़े ऑपरेटर्स को पकड़ा गया
उनका बताया है कि डीआरआई के जरिए नशीले पदार्थों की जब्ती की खबरें भी लोगों को लेकर जरुरत हो जाती है। आखिर इस काम के पीछे कौन है? वित्त मंत्री ने कहा कि छोटे-छोटे लोगों को पकड़ना पर्याप्त नहीं माना जाता है। हालांकि लोगों का भरोसा पाने के लिए यह बिल्कुल भी पर्याप्त नहीं माना जा रहा है।
इसके अलावा ही देखा जाए तो निर्मला सीतारमण ने बड़े अपराधियों को पकड़ने के सुझाव मिलना शुरु हो गया है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि डीआरआई अधिकारी की बात करें तो मुख्य अपराधियों तक पहुंचने के लिए इंटरनेशनल सहयोग और वैश्विक समन्वय पर अधिक जोर देने की जरुरत हो जाती है।