यह खबर भारत सरकार के पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के विकल्प के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर जोर देने से संबंधित है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि अगले पांच वर्षों में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों को पूरी तरह से बंद किया जा सकता है और इसके बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने पेट्रोल और डीजल वाहनों से हटकर सीएनजी, बायो-डीजल, हाइड्रोजन, इथेनॉल और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे अन्य ईंधन से चलने वाले वाहनों की ओर जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
गडकरी ने कहा कि ईवी बाजार आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखेगा, और लोगों को ऐसे वाहन खरीदने पर विचार करना चाहिए जो इलेक्ट्रिक, इथेनॉल या हाइड्रोजन द्वारा संचालित हों। इसके अतिरिक्त, सरकार इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले लोगों के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। ईवी की ओर इस धक्का का उद्देश्य देश में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करना है।
इसके साथ ही इलेक्ट्रिक व्हीकल को बेचने वाली कंपनियों को भी सरकार बड़ी सब्सिडी और टैक्स ब्रेक्स दे रही है। इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमत कम होती है और लोग इन्हें ज्यादा से ज्यादा खरीदते हैं। साथ ही सरकार ईवी इंडस्ट्री के लिए नए टेक्नोलॉजी और रिसर्च और डेवलपमेंट पर भी काम कर रही है।